पंजाब में नया बवाल: चन्नी सरकार ने आतंकी संगठन एसएफजे के जनरल सेक्रेटरी के भाई को बनाया जेनको चेयरमैन
New ruckus in Punjab: Channi Sarkar appointed brother of General Secretary of terrorist organization
New ruckus in Punjab: चंडीगढ़। पंजाब में सीएम चरणजीत चन्नी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार नए सियासी बवाल में फंस गई है। कुछ हफ्ते पहले सरकार ने बलविंदर सिंह पन्नू (कोटला बामा) को पंजाब जेनको का चेयरमैन नियुक्त किया है। चेयरमैन तैनात होने पर नेता को सरकारी गाड़ी, कुछ गनमैन और ऑफिस दिया जाता है, जिसका लाभ बलविंदर पन्नू को भी मिला, लेकिन बलविंदर प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस के वल्र्ड वाइड सेक्रेटरी जनरल अवतार सिंह पन्नू के भाई हैं, जिनकी एसएफजे में नंबर टू की पोजिशन है। इस बारे में पहले कांग्रेस के भीतर से ही बगावत उभरी। अब अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने भी चन्नी सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है, जिससे सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि बलविंदर पन्नू ने कहा कि उनका अपने भाई से कोई लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस एमएलए फतेहजंग बाजवा ने सबसे पहले बलविंदर की नियुक्ति पर मोर्चा खोला था। उनका कहना था कि बलविंदर सिंह कोटलाबामा मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा का सबसे नजदीकी व्यक्ति हैं, जिन्हें कुछ दिन पहले पंजाब जेनको का चेयरमैन बनाया है। उनके भाई अवतार पन्नू सिख फॉर जस्टिस के वर्ल्ड वाइड सेक्रेटरी जनरल हैं।
बाजवा ने कहा कि इस खालिस्तानी ऑर्गेनाइजेशन पर बैन लगा है। एनआईए कनाडा में जाकर उन पर कार्रवाई कर रही है। उनके भाई को पंजाब जेनको का चेयरमैन बनाकर सरकार क्या साबित करना चाहती है। उन्होंने इसकी एनआईए से जांच तक की मांग की। वहीं मंत्री बाजवा ने इस बारे में कोई भी जांच के लिए कहा।
कांग्रेस नेता अश्विनी शेखड़ी ने इस मामले की राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा पर गंभीर आरोप लगे हैं। एसएफजे को भारत सरकार ने बैन किया है। अगर मंत्री के उनसे संबंध हैं, तो इसकी जांच होनी चाहिए। हम बॉर्डर एरिया में रहते हैं, इसलिए हमारे लिए खतरा ज्यादा है। जब तक जांच चलती है, मंत्री को खुद इस्तीफा देना चाहिए या फिर बर्खास्त कर देना चाहिए।
सुखबीर बादल ने नवजोत सिद्धू पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सिद्धू पाकिस्तान जाकर आर्मी चीफ को गले लगाते हैं। पाक के पीएम इमरान खान को बड़ा भाई कहते हैं। आखिर कांग्रेस पंजाब में करना क्या चाहती है।
इस बारे में बलविंदर सिंह पन्नू ने कहा कि अवतार सिंह पन्नू मेरा भाई है, मैं इस बात से नहीं मुकरता। अवतार पन्नू 1981 में अमेरिका गया था। उसके बाद 2007 में भारत आया। उसके बाद न कभी भारत आया और न ही मेरा उससे कोई लिंक है। मेरी उससे कभी फोन पर तक बात नहीं हुई। एक मां के 2 बच्चे होते हैं। एक चोर निकल आता है तो दूसरा वकील, हमारा भी यही हिसाब है। मैं कट्टर कांग्रेसी हूं। मेरे खिलाफ सिर्फ बकवास की जा रही है। मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा का भी एसएफजे से कोई लिंक नहीं है, जिसको सवाल करना है तो वह मुझसे पूछ सकता है।
सिख फॉर जस्टिस खालिस्तानी संगठन है, जिसका हेडक्वार्टर यूएस में है। काफी समय पहले भारत सरकार इस संगठन को गैरकानूनी करार दे चुकी है। इस संगठन के मेंबर भारतीय जांच एजेंसी के राडार पर हैं। नवंबर महीने के पहले हफ्ते में राष्ट्रीय जांच एजेंसी आतंक की जांच के लिए कनाडा गई थी। इस संगठन का मुखी गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत में नेताओं को धमकाने के साथ लाल किला पर तिरंगा लगाने जैसे कई घोषणाओं को लेकर विवादों में रह चुका है।